बिहार में 10000 मरीज, इनमें 7811 ठीक हो गए, पटना में एक दिन में सबसे अधिक 95 मरीज मिले
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार से अधिक हो गई है। बिहार 13वां राज्य है जहां 10 हजार से अिधक कारोना मरीज हैं। बुधवार को पटना में एक दिन में सबसे ज्यादा 95 मरीज मिले। इनमें अकेले पटना सिटी इलाके के 63 पॉजिटिव शामिल हैं। वहीं राज्य में 217 नए कोरोना मरीज सामने आए। इससे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 10225 हो गई है।
वहीं पिछले 24 घंटे में 267 संक्रमितों ने कोरोना वायरस को मात दी है। इस तरह ठीक होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 7811 हो गई है। हालांकि देश में ठीक होने की रफ्तार पर अगर गौर करें तो बिहार पांचवें स्थान पर है। बिहार में ठीक होने का आंकड़ा 77.52 फीसदी है। जबकि राष्ट्रीय आंकड़ा 58.8 फीसदी का है। राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 76 हो गई है। बुधवार को पांच मरीजों की जान गई।
जोकीहाट के राजद विधायक भी कोरोना पॉजिटिव मिले
जोकीहाट के राजद विधायक शहनवाज आलम भी पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद मीना देवी, मंत्री विनोद कुमार सिंह सहित कई राजनेता कोराेना की चपेट में आ चुके हैं।
प्रदेश में पांच और मौतें, अबतक 76
बिहार में काेराेना से बुधवार काे पांच माैतें हुईं। एनएमसीएच में मुजफ्फरपुर की गिरजा देवी, बाढ़, पटना की 70 वर्षीय शारदा अाैर समस्तीपुर के 80 वर्षीय बुजुर्ग खलीलुर रहमान की जान गई। इधर, एम्स में दरभंगा के लहरियासराय के 51 साल के शंभू शर्मा की माैत हुई। एक माैत कटिहार के वृद्ध की हुई।
बिहार में 68 दिन के तीन लाॅकडाउन में जितने मरीज मिले उससे ढाई गुना अधिक मिले अनलाॅक के 30 दिनाें में
बिहार और पटना में काेराेना ने पहली जून से शुरू हुए अनलाॅक में जमकर कहर बरपाया है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तीनाें लाॅकडाउन के 68 दिनाें के दाैरान यानी 31 मई तक बिहार में 3807 काेराेना संक्रमित मिले थे जाे 30 जून काे बढ़कर 9988 हाे गए, यानी मरीजाें की तादाद 2.62 गुणा हाे गई। पटना में 31 मई तक मरीजाें की तादाद 241 थी जाे 30 जून काे बढ़कर 725 हाे गई, यानी तीन गुना इजाफा हाे गया।
वहीं अच्छी बात यह रही है कि 25 मार्च से 31 मार्च तक बिहार में 1520 मरीज स्वस्थ्य हुए थाे जाे 30 जून काे बढ़कर 7544 हाे गए यानी करीब पांच गुना रिकवरी रही। पटना में इसी दाैरान चार गुना मरीज ठीक हाे गए। 25 मार्च से 31 मई तक पटना में केवल 81 मरीज ठीक हुए थे जाे 30 जून काे 321 हाे गए।
दुखद पहलू यह है कि लाॅकडाउन तीन तक बिहार में 23 लाेगाें की माैत हुई थी जाे अनलाॅक वन में करीब तीन गुना बढ़कर 71 हाे गई। पटना में माैत का अांकड़ा 2 से बढ़कर छह हाे गया। बिहार में पहला काेराेना मरीज 22 मार्च काे मिला था। यह मरीज मुंगेर का माे. सैफ था।