बिहार में 12140 संक्रमित; 276 नए मरीज मिले, 9 दिन में पांच फीसदी गिरा रिकवरी रेट
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12140 हो गई है। सोमवार को 276 नए मरीज मिले हैं। अब तक 8765 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 90 मरीजों ने कोरोना से दम तोड़ा है। 2 लाख 57 हजार 896 सैंपल की जांच हो चुकी है। बिहार के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ. नवीन कुमार सिन्हा और आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
पटना एम्स में प्लाजमा थेरेपी से इलाज शुरू
पटना एम्स में कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी के जरिए शुरू हो गई है। पहली बार पटना के 36 साल के मरीज की प्लाज्मा थेरेपी की गई। प्लाज्मा थेरेपी के बाद मरीज की स्थिति पहले से बेहतर है। मरीज अभी आईसीयू में हैं। लेकिन उम्मीद है जल्द ही आईसीयू से बाहर आ जाएगा। पटना एम्स में भर्ती कोरोना के कई और गंभीर मरीजों को प्लाज्मा चढ़ाने के लिए आईसीएमआर से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही उन्हें भी प्लाज्मा चढ़ाया जाएगा।
9 दिन में पांच फीसदी गिरा रिकवरी रेट
27 जून को बिहार का रिकवी रेट 78.5 फीसदी था। इसके बाद कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी और उसकी तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई। पिछले 9 दिनों में रिकवरी रेट पांच फीसदी गिर गया है। अभी बिहार का रिकवरी रेट 73 फीसदी है।
पटना में बने 83 कंटेनमेंट जोन
पटना जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज बढ़ने के बाद 83 इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। सदर अनुमंडल में 35, पटना सिटी अनुमंडल में 17, दानापुर अनुमंडल में 17, मसौढ़ी अनुमंडल में 6, पालीगंज अनुमंडल में 8 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इनकी मॉनिटरिंग के लिए जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। कंटेनमेंट जोन के अंदर रहने वाले लोगों को आवश्यक सामग्री की होम डिलिवरी की जा रही है। कंटेनमेंट जोन में घरों की कुल संख्या 9850 है। इनमें घरों में रहने वाले लोगों को 44442 व्यक्तियों की जांच कराई गई है।