आर्थिक तंगी झेल रहे महादलित संविदाकर्मी ने अपने परिवार समेत आत्मदाह की दी धमकी
सेवा समायोजन नहीं होने से आर्थिक तंगी झेल रहे महादलित संविदाकर्मी ने सपरिवार आत्मदाह की धमकी दी है। जहानाबाद की जामुक पंचायत के सलारपुर गांव निवासी मनोज कुमार रवि ने इस मामले में बीते मई और जून में मुख्यमंत्री को स्मारपत्र भेजा था। सीएम कार्यालय ने इसे गृह, योजना एवं विकास, श्रम विभाग और डीजीपी को अग्रसारित कर दिया पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। संविदाकर्मी मनोज ने बताया कि जून 2013 में प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर चयनित होकर सुपौल में छह साल तक बिहार कोसी बाढ़ समुत्थान परियोजना में काम किया।
परियोजना बंद होने पर दूसरे विभाग में सेवा समायोजित करने की जगह मुझे बैठा दिया गया जबकि अन्य कर्मियों की सेवा ली जा रही है। यह सेवा शर्त और सरकार के आदेश का उल्लंघन है। काेरोना काल में पत्नी और तीन बच्चों का भरण-पोषण करना मुझ जैसे बेरोजगार के लिए संभव नहीं है। और तो और बीपीएल श्रेणी में रहते हुए भी मुझे राशन आदि नहीं मिल रहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री को भेजे गए तीसरे स्मारपत्र में संविदाकर्मी मनोज ने इसी माह विधानसभा या सचिवालय परिसर में सपरिवार आत्मदाह की चेतावनी दी है।