रोजगारसेवकों पर प्रशासन का रवैया अमानवीय : जिलाध्यक्ष
जिला पंचायत रोजगार सेवक संघ की सोमवार को जिलाध्यक्ष अशोक कुमार की अध्यक्षता में यहां एक निजी परिसर में बैठक की गई। संघ नेताओं ने रोजगार सेवकों पर प्रशासन के एकतरफा कार्रवाई पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पिछले दिनों दो रोजगार सेवकों पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए बर्खास्त किया गया। उपस्थिति सभी पंचायत रोजगार सेवकों ने जिला प्रशासन की कार्रवाई पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह कहीं से न्यायोचित नहीं है। आखिर रोजगार सेवक अकेले योजनाअों की देख रेख नहीं करते।
कई जगह स्थानीय स्तर पर कई प्रकार की समस्याएं होती है जिसे रोजगार सेवकों को झेलनी होती है। इस तरह के जटिल मुद्दों पर प्रशासन के अला स्तर पर कोई कदम नहीं उठाया जाता। संगठन अध्यक्ष के द्वारा यह कहा गया कि जिस प्रकार वे लोग अल्प मानदेय एवं जनप्रतिनिधि तथा जनता का दबाब और इसके ऊपर विभागीय निर्देश को एक साथ झेलते हुए विकट परिस्थिति में कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं यह एक गंभीर मानवीय मुद्दा है। प्रशासन को रोजगार सेवकों की स्थिति पर समग्र रूप से अपना नजरिया रखने की जरूरत है। इतनी विकट परिस्थितियों में कार्य के निर्वहन में उनलोगों से कहीं मामूली चूक हो जाती है, इसके लिए बर्खास्तगी कर देना कहीं से भी उचित दंड नहीं माना जा सकता। गलतियों को सुधारने का उन्हें मौका दिया जाना चाहिए।