21 दिन से अपहृत जवान बेटे की आस में बूढ़ी मां की आंखों से नहीं थम रहे आंसू
ओकरी ओपी क्षेत्र के खेमचंद बिगहा गांव से जहानाबाद के लिए निकला इंटर का छात्र अजय कुमार का 21 दिन के बाद भी कोई ठौर-ठिकाना पता नहीं चल पाया है। जवान बेटे के लौटने की आश में बूढ़ी मां की आंख से आंसू नहीं थम रहे हैं। बेटे की खोजबीन के लिए एसपी के समक्ष गुहार लगाने आई मां को रोता देख वहां मौजूद अधिकांश लोगों की आंखे नम हो गई। अपने इकलौते भाई के गम में डूबी उसकी बहन का कहना है कि यदि उसका भाई किसी मंत्री का बेटा होता तो पुलिस उसे दो दिन में खोजकर ले आती।
लेकिन, हमलोग मजदूर व गरीब हैं, इसलिए मेरे भाई की बरामदगी को लेकर पुलिस ईमानदार प्रयास नहीं कर रही है। उसका कहना है कि मेरा भाई जिंदा है या नहीं, यह भी पता नहीं चल रहा है। यदि पुलिस उसे जिंदा बरामद नहीं कर पा रही है तो कम से कम उसका शव तो खोजकर दे दे। दरअसल, 17 जनवरी को अजय अपने घर से जहानाबाद के लिए निकला था। वह जहानाबाद में डेरा लेकर इंटर की पढ़ाई करता था।