शहर की कई मुख्य सड़कों और गलियाें को तोड़कर छोड़ने से हो रही भारी परेशानी
जहानाबाद: जल पर्षद व बुडको के द्वारा शहर में घर-घर नल से जल पहुंचाने के एवज में आम लोगों को परेशान करने का सिलसिला जारी है। वस्तुत: वर्ष 2015 में ही शहर में नल से घर घर स्वच्छ जल पहुंचाने की योजना का शुभारंभ किया गया था। बुडको के द्वारा क्रियान्वित अमरूत योजना फेज दो के तहत अब भी शहर में पाईप लाइन बिछाने का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। जो हालात है, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शहर की बड़ी आबादी से जुड़ी महत्वपूर्ण योजना में समय का अनुशासन मानो एजेंसी के लिए कोई मायने ही नहीं रखता।
हालांकि संबंधित एजेंसी नालंदा इंजीकॉम को काम पूरा करने के लिए कई दफे अवधि का विस्तार दिया जाता रहा है लेकिन एजेंसी अपनी मनमानी से बाजी नहीं आ रही है। अधिकारी भी एजेंसी की मनमानी के आगे न जाने क्यों नतमस्तक हैं, यह सवालों के घेरे में है। शहर के बड़ी संगत व झरी साह लेन वाली गली के अलावा कई मुहल्लों की प्रमुख गलियों से लेकर मुख्य बाजार के मेन रोड, शिवाजी रोड व अस्पताल मोड़ से लेकर बड़ी मस्जिद तक की मुख्य सड़क को पाइप लाइन बिछाने के दौरान तोड़ कर उसे विकृत का अपने हाल पर महीनों से छोड़ रखा गया है।
अमरूत योजना फेज दो में 76 करोड़ की राशि से शहर में नल जल आपूर्ति की योजना संचालित है। नालंदा इनजिकॉम नामक कार्यकारी एजेंसी को दिसंबर तक कार्य पूरा करने की जिम्मेवारी दी गई थी। अब कार्य पूरा करने के लिए एजेंसी ने मार्च तक का समय मांगा है। एजेंसी को अविलंब कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इस दफे देरी हुई तो फिर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।