108 प्रतिशत उपलब्धि के साथ स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना क्रियान्वयन में जहानाबाद जिले को स्टेट में पहला स्थान
विभिन्न सरकारी विकास योजनाओं के संचालन में जिले के स्टेट लेबल पर टॉप रैंकिंग लाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। सरकार द्वारा हर महीने जारी होने वाली स्टेट लेबल रैंकिंग में इस दफे जिले ने सात निश्चित योजना के अंतर्गत जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र द्वारा चलाए जा रहे बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के क्रियान्वयन में सूबे के सभी अड़तीस जिलों में प्रथम स्थान हासिल किया है। यहां तक कि स्टूडेंट्स हित की इस विशेष योजना में जिले ने निर्धारित लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल की है।
108 प्रतिशत आवेदन प्राप्त कर जहानाबाद को पूरे बिहार में प्रथम स्थान मिला है। जिलाधिकारी नवीन कुमार ने इस खास उपलब्धि का श्रेरू जिला प्रशासन की टीम भावना व नियोजित तरीके से होने वाली कार्य संस्कृति से जुड़े संबंधित अधिकारियों व कर्मियों को देते हुए उन्हें आगे के चुनौतियों के लिए भी पूरी तरह से तैयार रहने को कहा है। उन्होने कहा कि उपलब्धियों की सार्थकता निरंतरता से जुड़ी है। कोई एक महीने की उपलब्धि से ज्यादा आत्ममुग्धता में पड़ने की जरूरत नहीं है।
मालूम हो कि पिछले छह महीने में जिले को सात निश्चचय, जल जीवन हरियाली, रेव्नयू मामलों सहित कई अन्य महत्वपूर्ण याेजनाओं के क्रियान्वयन में स्टेट लेबल पर टॉप रैंकिंग हासिल होती रही है। डीएम ने कहा कि किसी भी उपलब्धि काे हासिल करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से टारेगेट निर्धारित कर सामुहिक जिम्मेदारी के तहत काम करना अत्यंत जरूरी है। अब तक जिले में कोरोना के विपरित हालात में भी जिला प्रशासन की पूरी टीम प्रतिबद्धताओं के साथ काम कर रही है।
सामुदायिक स्तर पर भी सहयोग खास उपलब्धियों के लिए जरूरी होता है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए राज्य स्तर से 783 लक्ष्य दिया गया था, जिसके विरूद्ध 847 आवेदन प्राप्त कर 108 प्रतिशत प्राप्तांक प्राप्त हुआ। वहीं स्वयं सहायता भत्ता हेतु राज्य स्तर से 2162 का लक्ष्य दिया गया था।, जिसमें जिला द्वारा 1241 आवेदन प्राप्त किया गया। इस कार्य के लिए बिहार में जहानाबाद को चतुर्थ स्थान 57 प्रतिशत से प्राप्त हुआ। इसी प्रकार कुशल युवा कार्यक्रम में जहानाबाद जिले को 5000 लक्ष्य दिया गया था, जिसके विरूद्ध 1987 आवेदन प्राप्त किया गया। जिले ने 40 चालीस प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया।